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सपने बेचने वालो की खामोशी भी उनके बोलियों से ज्यादा महँगी होती है जनाब चंद पल की जिंदगी वक्त के बहाव मे है यहा हर शक्स अपने ही तनाव मे है हमने तो यु ही लगा दी तोहमत पाणी पर देखा नही की की छेद तो अपनी ही नाव मे है

गुरुवार, 13 सितंबर 2018

अमिरो की पाच निशानिया / five signs of Rich Peoples

दोस्तो क्या आप जानते है असलीयत मे जो लोग अमीर होते उनकी रहन सहन सोच क्या होती है ओर जो लोग गरीब होते हुवे भी अमीर दिखाना चाहते है या अमोरो जैसा दिखावा करते उनके ऐसे काफी लक्षण तुरंत हि  दिखाई देते है उनमे से कुछ आपके सामने रखने का प्रयास करता हु. 
०१ अमीरी का दिखावा करणे वाले लोग सिर्फ पैसे ओर पैसे की बाते करते दिखाई देते है अपने चीजो के बारे मे ज्यादा से ज्यादा बखान करते दिखते है सबसे ज्यादा अपनी संपत्ती ओर पैसे का दिखावा ज्यादातर करते दिखते है अपना पैसा संपत्ती उन्होने कैसे कमाई इसका ज्यादा से ज्यादा बखान करते दिखते है. लोगो ने अपनी तारीफ करनी चाहिये ऐसी मनोवृत्ती रखते. इसके विपरीत अमीर लोग बडे हि शांत ओर कम बोलणे वाले दिखते है जो है वो दिखता है वो दिखावा के चक्कर मे नही पडते. 
०२ असलीयत मे अमीर लोग अपनी पोझिशन किसी को दिखाते नही है जो है वो दिखता है मगर जो असलीयत मे अमीर नही होते वो अपनी पोझिशन लोगो को बडा चढकर दिखाने का हमेशा प्रयत्न करते है. जैसे की उनके पास हजारो रुपिया का मोबाईल फोन हो या बाइक या कार हो तो बार दिखावा करते है. या तो किसी समारोह मे जाने पर अपने चमकदार भडकिले कपडो का प्रदर्शन करते है. 
०३ अमीर लोग हमेशा अपने कमाई को बचत के रूप मे किसी भी जगह इनवेस्ट कर देते है वो हमेशा अपनी कमाई का एक हिस्सा हर समय इनवेस्ट करते रहते है ताकी उससे भी आमदनी होती रहे. बचत करना एक निशाणी अमीर लोगो की होती है इसके विपरीत जो लोग अमीर नही होते वो अपने सारे पैसे खर्च करणे मे ही समझदारी समझते है 
०४ अमीर लोग कभी भी अपनी जरुरत की चीजे क्रेडीट कार्ड या कर्जे पर नही खरीदते वो हमेशा ऐसेट मे ही ज्यादा से ज्यादा दिलचस्पी रखते है जीन चीजो से उनको कोई फरक नही पडता वो चीजे ज्यादातर नही खरीदते. जैसे की मोबाईल फोन का उदाहरण लिया जाये तो उनके पास ज्यादातर एक मध्यम किमत वाला मोबाईल ही होगा क्यो की उनकी यही सोच होती है की सिर्फ उनकी सामने वाले व्यक्ती से बाते करना यही मोबाईल का  काम होता है. इसलिये मोबाईल के अन्य फिजूल काम जसे whatsapp facebook ये काम करणे के लिये उनके पास समय नही होता यदी कोई भी अन्य काम होगा तो उसके लिये उनके कर्मचारी करते है अमीर लोग अपने लिये दस हजार रुपियो का मोबाईल खरीदते है मगर अपने कर्मचारी को मोबाईल, कार या या अन्य चीजे खरीदने के लिये लाख रुपियो का कर्ज देणे लिये नही हिचकिचते क्यो की कर्मचारी की फोन से या निजी वाहन से वो समय पडणे पर अपना काम कर लेते है मगर हर माह कर्मचारी के वेतन से आने वाली EMI मे अमीर का फायदा होता है. इसके विपरीत गरीब लोग जो अमीर दिखाना चाहते है वो हमेशा ही गैर जरुरती चीजे उधार EMI या कर्जे मे खरीदते है जिसका उनको हमेशा नुकसान ही होता है लायबिलीटी हमेशा इन्सान को पीछे धकेलती है लायबिलीटी मे जिने वाले इन्सान कभी अमीर नही हो सकते 
०५ अमीर लोग असल मे चीज के क़्वालिटी देखते है यदी जरुरत की चीज किसी नई कंपनी की नई उत्पादन मे दिखती है तो उसे तुरंत खरीद लेते है जैसे की उन्हे एक जुता खरीदना हो तो किसी भी बडी ब्रांड कंपनी का जुता वो खरीद सकते है जिसने आदिदास नायकी या किसी भी अन्य ब्रांड कंपनी का हो मगर यदी किसी वूद्लंद कंपनी का जुता जो ब्रांड मे नही है मगर क़्वलिटी मे है तो उसे वो लोग खरीद लेते है उनकी खरीद से हि उस चीज कि ब्रांड बन जाती है. इसके विपरीत गरीब लोग जो असलीयत मे गरीब होने पर भी अमिरी का दिखावा करते है वो सिर्फ ब्रांड को ज्यादा महत्व देते है ओर अपने ज्यादा पैसे खर्च करते है. 
०६ अमीर लोगो मे अक्सर इक चीज देखी जाती है उनके जेब मे बडे ज्यादा मूल्य वाले हि नोट होते है जब की दिखावेबाज अमीर लोग बडे मूल्य के नोट न हि अपने पास रखते है न हि उनकी मनशा होती है. क्यो की असल जीवन का मुल होता है. 
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